एयर इंडिया विमान हादसा 2025: प्रत्येक प्रभावित परिवार के लिए नियुक्त देखभालकर्ता
12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एयर इंडिया विमान हादसा 2025 में कुल 242 यात्रियों में से 241 की मृत्यु हो गई जबकि केवल एक यात्री, विश्वश कुमार रमेश, गंभीर स्थिति में अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
मानवता से भरी पहल: एयर इंडिया ने नियुक्त किए ‘देखभालकर्ता’
एयर इंडिया ने प्रभावित परिवारों के लिए एक समर्पित देखभालकर्ता (Caregiver) नियुक्त किया है, जो हर परिवार को व्यक्तिगत, संवेदनशील और निरंतर सहायता प्रदान कर रहे हैं। ये देखभालकर्ता प्रशिक्षित पेशेवर हैं जो निम्नलिखित क्षेत्रों में सहायता करते हैं:
- अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों के साथ समन्वय
- शव की पहचान और अंतिम संस्कार प्रक्रिया में मार्गदर्शन
- बीमा और मुआवजा दावों में सहायता
- स्थानीय यात्रा, ठहराव और भोजन की व्यवस्था
- मनोवैज्ञानिक परामर्श और मानसिक स्वास्थ्य समर्थन
- नियमित और पारदर्शी संवाद बनाए रखना
“यह केवल सेवा नहीं, हमारी जिम्मेदारी और मानवता का वादा है।”
— कैंपबेल विल्सन, सीईओ, एयर इंडिया
आपातकालीन सहायता केंद्र और हेल्पलाइन
एयर इंडिया ने दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और लंदन में 24×7 आपातकालीन सहायता केंद्र स्थापित किए हैं। प्रभावित परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं:
- 📞 भारत में: 1800-5691-444
- 🌍 अंतरराष्ट्रीय: +91 8062779200
- 📧 ईमेल: support@airindia.in
मनोवैज्ञानिक सहायता का महत्व
एयर इंडिया जानती है कि मानसिक आघात शारीरिक नुकसान जितना ही गंभीर होता है। इसलिए, परिवारों को भावनात्मक सहारा देने के लिए प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक और काउंसलर भी सहायता केंद्र में उपलब्ध हैं।
मुआवजा और वित्तीय सहायता
- टाटा समूह द्वारा मृतक परिवारों को ₹1 करोड़ की सहायता
- एयर इंडिया की ओर से ₹25 लाख की तात्कालिक राहत
- जीवित बचे यात्री के इलाज का पूरा खर्च
जांच प्रक्रिया में सहयोग और पारदर्शिता
डिजीसीए (DGCA) और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) इस हादसे की गहन जांच कर रहे हैं। विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में इंजन फेल्योर की आशंका जताई गई है। एयर इंडिया जांच में पूर्ण सहयोग कर रही है और जांच के बाद आवश्यक सुरक्षा सुधारों को लागू करेगी।
संवेदनशील मानवीय कहानियाँ
- अरजुन पटोलिया: पत्नी की अस्थियाँ विसर्जित कर लौट रहे थे, दुर्घटना में उनकी मृत्यु हुई।
- जेवेद अली सय्यद: अपने परिवार के साथ ईद मनाकर लौटते वक्त हादसे का शिकार हुए।
समाज की एकजुटता और सहायता
स्थानीय नागरिक, डॉक्टर, और स्वयंसेवी संस्थान प्रभावित परिवारों के लिए लगातार सहायता प्रदान कर रहे हैं। यह मानवीय सहयोग देश की ताकत का प्रतीक है।
निष्कर्ष: एक साथ चलकर ही हम आगे बढ़ सकते हैं
एयर इंडिया की ‘देखभालकर्ता’ पहल इस त्रासदी के बीच एक उम्मीद की किरण है। यह याद दिलाती है कि सबसे कठिन समय में भी, मानवता, करुणा, और पारदर्शिता से ही हम नई शुरुआत कर सकते हैं।
एयर इंडिया आपके साथ है — हर कदम, हर परिस्थिति में।