आज इसे आसान भाषा में समझते हैं। क्या आपने भी सोशल मीडिया पर ये सुना है कि “ChatGPT एक AI नहीं हैअसली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नहीं है?” आखिर क्यों इतनी बहस हो रही है इस विषय पर?
ChatGPT है क्या?
ChatGPT को OpenAI नाम की अमेरिकी कंपनी ने बनाया है। यह एक ऐसा डिजिटल टूल है जो इंसानों की भाषा को पढ़ और समझ सकता है, और उसी भाषा में जवाब दे सकता है।लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यह इंसानों की तरह सोचता है। दरअसल, यह पहले से पढ़े गए लाखों लेख, किताबें और वेबसाइटों से सीखी गई जानकारी के आधार पर काम करता है।
AI क्या होता है?
Artificial Intelligence यानी “कृत्रिम बुद्धिमत्ता” – ऐसी तकनीक जो इंसानी सोच की नकल कर सके।
AI के भी कई प्रकार होते हैं:
- Narrow AI – जैसे ChatGPT, जो एक खास काम में माहिर होता है
- General AI – जो इंसानों की तरह सोच सके (अभी बना नहीं है)
- Super AI – जो इंसानों से आगे निकल जाए (भविष्य की कल्पना)
ChatGPT को हम Narrow AI कह सकते हैं क्योंकि ये भाषा से जुड़े कार्यों में बहुत कुशल है।
क्या ChatGPT एक AI नहीं है
क्या ChatGPT इंसानों जैसी सोच की नकल करने में सफल है?
इसका जवाब है – हां, अपनी सीमाओं के भीतर ये AI का बेहतरीन उदाहरण है।कई लोग कहते हैं कि ChatGPT तो सिर्फ सीखा हुआ दोहराता है, खुद से कुछ नया नहीं सोचता। ये बात एक हद तक सही है, लेकिन आज की तारीख में 95% AI टूल्स ऐसे ही काम करते हैं। तो इसलिए कहना गलत है कि ChatGPT एक AI नहीं है
ChatGPT क्या कर सकता है?
- किसी भी विषय पर जानकारी देना
- लेख लिखना, कोड बनाना
- ईमेल और स्क्रिप्ट तैयार करना
- बातचीत के अंदाज़ में जवाब देना
ChatGPT की सीमाएं
- यह इमोशन नहीं समझता
- तर्क या समझ के बजाय आँकड़ों पर काम करता है
- कभी-कभी गलत जानकारी भी दे सकता है
लेकिन फिर भी, यह तकनीक हमारे काम को आसान बनाती है और यह इसे एक उपयोगी AI टूल बनाता है।
निष्कर्ष: ChatGPT को AI न मानना गलत होगा। हालांकि इसमें इंसानी सोच जैसी गहराई नहीं है, लेकिन यह भाषा को समझने और जवाब देने में अद्भुत है।
तो अगली बार जब कोई कहे “ChatGPT तो AI है ही नहीं”, तो आप पूरे आत्मविश्वास से कह सकते हैं –
“ChatGPT आज का सबसे स्मार्ट भाषा AI है।”