2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी में माइक्रोसॉफ्ट 6,000 कर्मचारियों की छंटनी
क्या AI के विस्तार की कीमत इंसान चुका रहे हैं? 2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी में Microsoft ने एक ऐसा फैसला लिया है जो दुनिया भर के तकनीकी पेशेवरों को सोचने पर मजबूर कर रहा है। कंपनी ने 6,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है, जो उसके वैश्विक कार्यबल का लगभग 3% हिस्सा है। हैरानी की बात ये है कि यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब कंपनी के बिक्री और मुनाफे के आँकड़े बेहद मजबूत रहे हैं।
इस छंटनी के पीछे का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है — कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में बढ़ता निवेश। आइए विस्तार से समझते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट की इस रणनीति के पीछे क्या सोच है, इसका असर कर्मचारियों पर कैसा पड़ रहा है और इसका भविष्य में क्या प्रभाव हो सकता है।
2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी का वास्तविक परिदृश्य: कहाँ और कितने लोग प्रभावित?
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, कंपनी के पास जून 2024 तक लगभग 2.28 लाख कर्मचारी थे। 2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी में:
- लगभग 1,985 कर्मचारी वॉशिंगटन स्थित रेडमंड हेडक्वार्टर से हटाए जा रहे हैं।
- छंटनी मुख्यतः सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, और मिड-लेवल मैनेजर पदों को प्रभावित कर रही है।
Microsoft के उत्पाद और प्लेटफ़ॉर्म जैसे:
- Azure
- GitHub
- Xbox
- Team
सभी पर इस छंटनी का असर पड़ रहा है, हालांकि अभी तक विभागवार सटीक आँकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
AI में अरबों डॉलर का निवेश: छंटनी की असली वजह?
Microsoft ने यह स्पष्ट नहीं किया कि छंटनी की सीधी वजह क्या है, लेकिन अधिकांश विश्लेषकों का मानना है कि इसका सीधा संबंध कंपनी की AI फोकस रणनीति से है। रिपोर्ट्स के अनुसार:
- कंपनी 2025 के वित्तीय वर्ष में $80 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि केवल AI डिवेलपमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने जा रही है।
- यह निवेश Copilot AI, Azure AI Infrastructure और ओपनAI साझेदारी को विस्तार देने के लिए किया जा रहा है।
कोड से लेकर कॉल सेंटर तक: AI हर जगह
Microsoft के CEO सत्य नडेला पहले ही कह चुके हैं कि भविष्य में कंपनी एक ऐसी फैक्ट्री की तरह काम करेगी जो बड़े AI मॉडल्स को कार्य-विशिष्ट टूल्स में बदलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि: “Microsoft का लगभग 30% कोड पहले ही AI द्वारा लिखा जा रहा है।” Copilot AI जैसे टूल्स का इस्तेमाल Microsoft Word, Excel, Outlook, Teams और अन्य ऐप्स में तेज़ी से बढ़ रहा है। अब कंपनी के कई कस्टमर सपोर्ट सेंटर्स में इंसानों की जगह AI ने लेनी शुरू कर दी है।
2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी से कर्मचारियों में डर और असुरक्षा का माहौल
AI के विस्तार से कर्मचारी वर्ग में गहरी चिंता है। अब केवल अच्छे प्रदर्शन से नौकरी की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं रह गई है।
- IBM ने हाल ही में अपने HR डिपार्टमेंट में AI का इस्तेमाल कर सैकड़ों कर्मचारियों को निकाला।
- Google, Intel, और अन्य तकनीकी कंपनियाँ भी AI को प्राथमिकता दे रही हैं, जिससे इंसानी नौकरियाँ संकट में हैं।
Microsoft ने पहले एक परफॉर्मेंस पॉलिसी लागू की थी, लेकिन अब साफ है कि परफॉर्मेंस से ज्यादा कंपनी का फोकस लागत और AI दक्षता पर है।
AI का संतुलन
AI कोई दुश्मन नहीं है, लेकिन जब उसे इंसानों की कीमत पर बढ़ाया जाता है, तो समाज में असंतुलन उत्पन्न होता है। 2025 में Microsoft की बड़ी छंटनी दर्शाती है कि मुनाफा कमाने वाली कंपनियाँ भी AI को अपनाने के लिए मानव संसाधनों की कटौती करने से पीछे नहीं हटतीं।
यह सवाल अब ज़रूरी है:
क्या AI को इंसानों के साथ मिलकर काम करने के लिए डिज़ाइन किया जाना चाहिए या उनके स्थान पर काम करने के लिए?
निष्कर्ष: Microsoft की रणनीति का भविष्य
Microsoft की 2025 की यह छंटनी एक नई कार्य संस्कृति की शुरुआत है, जहाँ तकनीक, दक्षता और लागत को सबसे ऊपर रखा जा रहा है। परंतु इस प्रक्रिया में अगर इंसानी प्रतिभा, विश्वास और स्थायित्व खो जाए, तो ये तकनीकी तरक्की अधूरी है।
क्या सोचते हैं आप?
क्या AI के पक्ष में नौकरी खोना सही है? क्या इंसानों और तकनीक के बीच संतुलन बनाना संभव है?
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